एक तमाशा उर्फ़ बाजीगर का गीत एक तमाशा उर्फ़ बाजीगर का गीत
नीर नदी वृष्टि सृष्टि ने गढ़ा मन आत्मन अस्तित्व क्यों करता व्याकुल मानुष नष्ट कलरव पंछ नीर नदी वृष्टि सृष्टि ने गढ़ा मन आत्मन अस्तित्व क्यों करता व्याकुल मानुष नष्ट ...
पहली बार इतिहास अपनी आंखों से बनते भी देखा पहली बार इतिहास अपनी आंखों से बनते भी देखा
जी भर के रोया जब सुना बेटीयों को जलते, ख़ुद को भी कोसा। ख़ामोशियों को अपना कर आवाज़ जब जी भर के रोया जब सुना बेटीयों को जलते, ख़ुद को भी कोसा। ख़ामोशियों को अपन...
आज हम महिला दिवस मना रहे हैं, गौर से देखो तो आज विशेष सम्मान दे रहे हैं। आज हम महिला दिवस मना रहे हैं, गौर से देखो तो आज विशेष सम्मान दे रहे हैं।
छोड़ विगत का गीत, स्वयं को आगत राग प्रभात सुनाया, सरगम के सातों सुर साधे सुप्त हृद छोड़ विगत का गीत, स्वयं को आगत राग प्रभात सुनाया, सरगम के सातों सुर साधे ...